मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार के खिलाफ शांति सेना का धरना, सुधार नहीं हुआ तो अनिश्चितकालीन आंदोलन होगा

जिला अस्पताल में गरीब मरीजों का शोषण चरम पर पहुंच गया है। शांति सेना की अध्यक्ष मुनेश गुप्ता एडवोकेट ने बताया कि यहां मात्र 1 रुपये की पर्ची बनवाने के लिए आने वाले गरीबों से अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एक्स-रे और भर्ती होने के नाम पर अलग-अलग वसूली की जाती है। उन्होंने कहा, "खून की जांच के लिए अलग पैसे वसूले जाते हैं, जबकि कर्मचारी मरीजों के वार्ड में भर्ती होने पर सफाई और देखभाल के नाम पर अतिरिक्त रिश्वत मांगते हैं। महंगी दवाइयां केवल नेताओं या प्रभावशाली लोगों को दी जाती हैं, जबकि गरीबों को साधारण दवाओं पर ही निर्भर रहना पड़ता है।"
शांति सेना ने मांग की है कि जिला अस्पताल और महिला सरकारी अस्पताल में भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त किया जाए, ताकि आम आदमी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
प्रदर्शन में पूरे जनपद के ग्रामीण अंचलों से आई शांति सेना की 'सिपाहियों' ने गांधीवादी तरीकों से शांतिपूर्ण आंदोलन चलाने का संकल्प लिया। मुनेश गुप्ता ने कहा, "हम गरीब और आम आदमी की व्यवस्थागत कठिनाइयों व भ्रष्टाचार के खिलाफ कटिबद्ध हैं। यदि अस्पतालों से लूट, शोषण और भ्रष्टाचार की गंध नहीं रुकी, तो हम अनिश्चितकालीन धरना देंगे।" संगठन ने सत्याग्रह और धरनों के माध्यम से जन आंदोलन खड़ा करने की घोषणा की, जिसमें आम जनता का सहयोग लिया जाएगा।